ब्लॉगिंग और परीक्षाएं
नमस्कार दोस्तों, सबसे पहले तो मैं अपने सभी रीडर्स से माफ़ी मांगना चाहता हूँ क्योंकि आज 42 दिन बाद इस साईट पर कोई नया पोस्ट अपडेट किया जा रहा है…
मैंने HSC पर लास्ट पोस्ट 2 February को पब्लिश किया था और उस समय मैंने यही सोचा था कि जब ,मेरा एग्जाम पूरी तरह से खत्म हो जायेगा तभी आगे कोई पोस्ट शेयर करूँगा लेकिन बहुत दिनों से लगातार मुझे कई लोगों के मेल आ रहे थे जिनमे उन्होंने ब्लॉग को अपडेट करने की बात कही थी… और आज मैं आपके साथ ब्लॉगिंग और परीक्षाओं के विषय में कुछ बात करने जा रहा हूँ …
आपको पता ही होगा कि मैं B.C.A. Final Year का स्टूडेंट हूँ.. और पढाई को जारी रखते हुए मैं HSC run कर रहा हूँ… कॉलेज की पढाई के साथ-साथ ब्लॉगिंग करना मेरे लिए एक बड़ी चुनौती के समान है… क्योंकि मैं एक टेक्निकल स्टूडेंट हूँ और ब्लॉग को अपडेट करने के लिए मुझे ऐसे कंटेंट ही शेयर करने रहते हैं जिससे वाकई HSC को पढने वालों की जिन्दगी में एक बड़ा और सकारात्मक बदलाव आये…
2 February तक सब कुछ सही था लेकिन कॉलेज का प्रोजेक्ट बनाना, असाइंमेंट तैयार करना और प्रेक्टिकल परीक्षाएं… ये सभी मेरे ऊपर इतना प्रेशर डाल रही थीं कि मुझे कंटेंट क्रियेट करने का समय ही नहीं मिल रहा था…
मेरे फाइनल इयर के एक्साम्स 11 मार्च से शुरू हो चुके हैं और 8 अप्रैल को खत्म होने वाले हैं लेकिन फिर भी मेरा ध्यान ब्लॉगिंग की तरफ ही जा रहा है…
हमारी सफलता के लिए जब मैं About me Page बना रहा था तब मैंने यह भी बताया था कि ‘हमारी सफलता’ के नाम से ही मैं एक किताब लिख रहा हूँ लेकिन BCA की पढाई के कारण मेरा फोकस हमेशा बंटता रहा… न सही से मैं अपनी पढाई पर ध्यान दे पाता, न ही ब्लॉगिंग पर पूरा फोकस कर पाता और न ही Blog Design के काम पर सही से समय दे पाता… कई बार मेरे दिमाग में पढाई छोड़ने की बात भी आई है लेकिन मन में डिग्री लेने के लालच ने ही बार-बार इस ख्याल को झटक दिया.. आज भी मुझे इस परीक्षा में कोई वैल्यू नहीं दिख रही है लेकिन सिर्फ डिग्री के लालच के चलते एग्जाम हाल में बैठकर बस रटे हुए बातों को कॉपी में छाप रहा हूँ जबकि मुझे पता है कि आखिर मुझे जाना कहाँ है!
ब्लॉगिंग सिर्फ मेरा Passion ही नहीं है बल्कि मैं इसको अपने भविष्य के रूप में देख रहा हूँ.. लाइफ इतनी भी बड़ी नहीं है कि हम हमेशा खुद को धोखा देते हुए ही आगे बढ़ते जाएँ.. यदि हमें जीवन में कुछ भी बड़ा करना है तो हमें कभी भी सही समय का इंतजार नहीं करना चाहिए… समय हमेशा सही ही रहता है बस हम ही उसे नहीं पहचान पाते…
पढाई और ब्लॉगिंग दोनों को साथ-साथ प्रोफेशनल ढंग से करना कभी भी पॉसिबल नहीं है.. मुझे खुद भी ताज्जुब होता है जब मैं अपने आसपास में ऐसे लोगों को देखता हूँ जिनके पास डिग्री का भंडार है लेकिन वो अपने लाइफ में कुछ ऐसा नहीं कर पा रहे जो वो सचमुच करना चाहते हैं… कई लोग ऐसे हैं जिनके पास डिग्रियां का भंडार तो है लेकिन वो मारे-मारे फिर रहे हैं, धक्के खा रहे हैं और बेरोजगार हैं… मैं हमेशा से एक ऐसे देश का सपना देखते आ रहा हूँ जहाँ वाकई स्कूल, कॉलेजों में ज्ञान मिले.. उन्हें अपने क्षेत्र में आगे बढ़ने के लिए प्रेरित किया जाए… और उन्हें अपने जीवन का सही उद्देश्य बताया जाये.. न कि उन्हें सिर्फ परीक्षाओं में बैठकर अच्छे नम्बर लाने का सीक्रेट बताया जाए या सिर्फ जॉब पाने के लिए तैयार किया जाये..
शिक्षा वह माध्यम है जिससे आदमी समझ जाये कि आखिर उसे जाना कहाँ है….
– लेखक..
दोस्तों आज भारत में बेरोजगारी की प्रोब्लम इसलिए बढती जा रही है क्योंकि लोग सिर्फ किताबी ज्ञान पर निर्भर रहना चाहते हैं… और वो उस किताबी ज्ञान को सिर्फ परीक्षा तक ही सीमित रखना चाहते हैं… असली शिक्षा आपको कभी भी बांधकर नहीं रखती वो आपको कभी भी परीक्षा के दायरे में कैद करके नहीं रखती… असली शिक्षा वह है जो आपको हमेशा सही और गलत की समझ देती है, और वह आपको रास्ता बताती है कि वाकई में आपको कहाँ जाना है…
दोस्तों, मेरे फाइनल की परीक्षाएं 8 अप्रैल से खत्म हो जाएँगी और उस दिन से मैं सिर्फ और सिर्फ ब्लॉगिंग पर ही फोकस करूँगा.. मेरा उद्देश्य हमेशा HSC Readers को सफल बनाने के लिए प्रयत्नशील रहेगा।… 8 अप्रैल के बाद मेरा पूरा फोकस HSC को बेहतर बनाना और लोगों को ब्लॉगिंग से जोड़ना रहेगा…
Thanks!
किरण साहू