आसान है – संदीप माहेश्वरी
एक मामूली से फोटोग्राफर का भारतीय इमेजों की दुनिया की सबसे बड़ी कम्पनी का मालिक बन जाना, क्या आसान है? एक अंडरग्रैजुएट का युवाओं के लिए लाइफ चेंजिंग सेमिनार का आयोजन करना, क्या आसान है? एक बिजनेस माइंडेड शख्स का स्प्रिचुअल इंसान बन जाना है, क्या आसान है? ImagesBazaar.com के फाउंडर संदीप माहेश्वरी को देखकर तो यही लगता है, बिलकुल…यह आसान है…।
Image Credit : sandeepmaheshwari.com
संदीप का सफरनामा
बड़ा नाम बनने के लिए अच्छी फार्मल एजुकेशन जरूरी है, करोड़ों का कारोबार खड़ा करने के लिए लाखों रूपये चाहिए, बार-बार की नाकामी आपको कामयाब होने से रोक देती है… ऐसी मान्यताओं को झुठला देता है एक नाम- संदीप माहेश्वरी । तमाम नाकामियों के बाद 36 साल के संदीप ने न सिर्फ बिजनेस में कामयाब मॉडल खड़ा किया, बल्कि लाखों-करोड़ों युवाओं को प्रेरित करने के लिए लाइफ चेंजिंग सेमिनार भी कर रहे हैं । फाइनल इयर में किरोड़ीमल कॉलेज छोड़ने वाले संदीप ने स्कूल खत्म होते ही 4-5 हजार रूपये से काम शुरू कर देश की सबसे बड़ी फोटो वेबसाइट ImagesBazaar.com तक का सफ़र पूरा किया । बड़ा करने की चाह में संदीप ने 2003 में 10 घंटे 45 मिनट में 122 मॉडल के 10 हजार से ज्यादा फोटो शूट कर वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाया । उनके फ्री सेमिनार दूसरों की जिंदगी को आसान बना रहे हैं । उनका मानना है कि जो आपको चाहिए था, अगर आपके पास उससे ज्यादा है तो जिन्हें इसकी जरूरत है, उनके साथ शेयर करें । उन्हें Creative Entrepreneur स्टार यूथ अचीवर अवार्ड, Pioneer of Tomorrow जैसे अवार्डों से भी नवाजा जा चूका है ।
हर नाकामी से सीखा सबक- संदीप माहेश्वरी
मैं कई बार नाकाम हुआ लेकिन अच्छा यह था कि मैंने हर नाकामी से भी कुछ सीखा । मसलन मेरे पापा का बिजनेस पूरी तरह फ़ैल हो चूका था । घर चलाने के लिए मेरे पेरेंट्स ने चिप्स के स्टाल लगाने से लेकर पीसीओ चलाने तक का काम किया ।
मैंने भी कुछ कमाने के मकसद से 12वीं के बाद क्या करें, यह सलाह देनी शुरू की । दो महीने में मैंने कुल 4500 रूपये पैम्फलेट आदि पर खर्च किये थे और मुझे 9000 रूपये की कमाई हुई । ये पैसे मुझे उन Institutes ने कमीशन के रूप में दिए जिनके पास मेरी सलाह के बाद स्टूडेंट्स पहुँचे थे ।
सबक: लोगों से बात करना सीखा । साथ ही, यह Confidence भी आया कि बिजनेस करना कितना आसान है ।
————————-
फिर मैंने मॉडलिंग में कोशिश की । बहुत धक्के खाए । समझ आया कि 90 फीसदी मॉडलिंग एजेंसियां फ्रॉड हैं ।
सबक : मॉडलिंग मेरे लिए नहीं है ।
————————-
फोटोग्राफर बनने के लिए दो हप्तों का कोर्स किया । माँ से पैसे लेकर कैमरा ख़रीदा । लोगों से बिना पैसे लिए उनके फोटो खींचें । काम थोड़ा-बहुत चल निकला, पर इतना पैसा काफी नहीं था ।
सबक : कुछ नया करना और लगातार सीखना जरूरी है।
————————-
फोटोग्राफी छोड़ मैं एमवे पहुंचा ।
सबक: यहाँ से मैंने पॉजिटिव Attitude सीखा । मोटिवेशनल किताबों के बारे में जानकारी मिली ।
————————-
फिर एक मल्टीलेवल मार्केटिंग ज्वाइन की । इसमें मैंने तेजी से तरक्की की । 20 साल की उम्र में लाखों रूपये से ज्यादा की सैलेरी मिल रही थी, पर इसमें काफी झूठ बोलना पड़ रहा था, सो मैंने इसे भी छोड़ दिया ।
सबक : जो करो ईमानदारी से करो । दूसरों को चीट मत करो ।
————————-
इसके बाद मैंने दोस्तों के साथ मिलकर मल्टीलेवल मार्केटिंग खोली । शुरू में इसमें खूब कामयाबी मिली, पर धीरे-धीरे यह भी बंद हो गयी ।
सबक : मुझे पता लग गया कि पार्टनरशिप मेरे लिए नहीं है । वह करो जो दिल को भाये ।
————————-
2006 में ImagesBazaar.com की शुरुआत की । लेकिन हमारी वेबसाइट से कोई फोटो खरीद ही नहीं रहा था । फिर हमने लोगों से फीडबैक लिया । फोटोग्राफी की क्वालिटी सुधारी । लोगों को जैसी जरूरत थी, उसके मुताबिक़ फोटोशूट कराये । क्वालिटी के साथ-साथ कांसेप्ट पर भी काम किया । फिर खुद आईटी की जानकारी हासिल की । फिर मार्केटिंग की जानकारी हासिल की । अब तक मिले सारे सबक और अनुभवों से सीख ली ।
सबक : जो भी काम करो उसे परफेक्शन के साथ करो ।
————————-
संदीप माहेश्वरी से सवाल जवाब
1 क्या बिजनेस कोई भी कर सकता है?
बिलकुल हर कोई कर सकता है । पहले खुद से पूछें कि आप चाहते हैं या यह आपकी ज़रूरत है । सिर्फ चाहने से कामयाबी नहीं मिलेगी क्योंकि चाहता तो इंसान बहुत कुछ है । हाँ अगर आप उसे जरूरत बना लेंगे तो जरूर सफल होंगे ।
2 शुरुआत कैसे करें ?
शुरुआत हमेशा छोटी करें । जितनी चादर हो, उतने ही पैर फैलाएं । दिक्कत यह है कि हम बड़े-बड़े प्लान बनाते हैं और शुरू नहीं करते । इन प्लानों को हम इतना बड़ा बनाते जाते हैं कि खुद ही उलझ जाते हैं और शुरुआत ही नहीं कर पाते । दूसरों से पैसे उधार लेकर, लोन लेकर या अपनी सारी जमा-पूँजी लगाकर करेंगे तो रिस्क ज्यादा होगा । रिस्क ज्यादा होगा तो टेंशन ज्यादा होगी और नाकामी के चांस भी ज्यादा होंगे ।
3 कामयाबी कैसे हासिल करें ?
तब तक कोशिश करें, जब तक कामयाब न हो जाएँ या फिर आपका आईडिया पूरी तरह फेल न हो जाए । अगर आप सिर्फ कमाने के उद्देश्य से बिजनेस शुरू करेंगे तो 90 फीसदी चांस फेल होने के होंगे लेकिन अगर आप कस्टमर को सर्विस देने के लिए लिहाज़ से करेंगे तो 90 फीसदी चांस कामयाब होने के होंगे । इसी तरह अर्निंग के बजाय लर्निंग पर फोकस करें ।
4 क्या नौकरी के साथ बिजनेस कर सकते हैं ?
शुरू कर सकते हैं, लेकिन उम्मीदें नहीं पाल सकते । हाँ इस वक्त में बिजनेस शुरू करने के साथ-साथ काफी कुछ सीख सकते हैं ।
5 Entrepreneurship वनमैन शो है या किसी के साथ मिलकर करना बेहतर है ?
पार्टनरशिप का मेरा अनुभव अच्छा नहीं रहा । फिर वहां डायरेक्शन भी बंट जाएगा । कोई कुछ कहेगा, कोई कुछ पर यह भी सच है कि शुरुआत अकेले ही कर सकते हैं लेकिन आगे बढ़ने के लिए अच्छी टीम साथ होनी ही चाहिए । सो चाहे शुरू अकेले करें, पर टीम तो जल्दी बनानीही होगी ।
6 किसी को अपनी टीम का हिस्सा बनाते वक्त क्या देखते हैं ?
नॉलेज से ज्यादा नीयत जरूरी है । नीयत सीखने की होगी तो नॉलेज धीरे-धीरे बेहतर कर ही लेगा । एक्सपीरियंस भी जरूरी है । सफलता अनुभव के साथ आती है और अनुभव ख़राब अनुभवों से आता है । किसी की भी स्ट्रेंथ पर फोकस करना जरूरी है ।
7 Entrepreneurship की जर्नी का सबसे बड़ा सबक ?
जब सारे दरवाजे बंद हो जाएं, तब भी कोई न कोई दरवाजा होगा, जो खटखटाने से खुल जाएगा । यानी समस्या है तो उसका हल भी होगा । हम दरअसल समस्या में ऐसे उलझे होते हैं कि हमें उसका हल नजर नहीं आ रहा होता । दुसरा, आपके पास जो लोग हैं उनकी कद्र करें । अचीवमेंट में उन्हें भी उनका हिस्सा दें ।
8 आप खुद को कैसे देखते हैं ?
मुझे लगता है कि मैं फैसिलिटेटर (संसाधनों का जुटाने वाला) हूँ । विजनरी भी कह सकते हैं ।
9 फ़िलहाल फोकस कहाँ है ?
फिलहाल तो revolution इंडिया पर काम हो रहा है । हमने 5 आईडिया को फाइनल किया । हमें इन्हें इनका बिजनेस शुरू करने के लिए पैसा और गाइडेंस देंगे और जो मुनाफा होगा, वह 50-50 होगा । मेरी कम्पनी को मिलने वाला सारा पैसा चैरिटी में जाएगा ।
10 spirituality की ओर झुकाव कैसे हुआ ?
कामयाबी के बावजूद मन में कुछ कमी थी । एक दिन विपश्यना का कोर्स करने गया । वहां कोर्स तो नहीं किया पर मन में सोच लिया कि क्या करना है । रात में 1 बजे मोबाइल से एक विडियो शूट किया और Youtube पर अपलोड कर दिया । लोगों ने काफी लाइक किया । फिर फ्री लाइफ चंजिंग सेमिनार शुरू किये । शुरू में 15-20 लोग आते थे, जो धीरे-धीरे हजारों में बदल गये । यह मेरा तरीका है समाज को बदलने का ।
11 आगे क्या?
आगे का अभी सोचा नहीं! आज में जीना ही सबसे अच्छा है ।
दोस्तों यह बातें संदीप माहेश्वरी के Facebook Page पर प्रकाशित NBT की रिपोर्ट से ली गयी है । संदीप ने लाखों-करोड़ों लोगों की लाइफ में एक सकारात्मक बदलाव लाया है और उन्होंने ‘आसान है’ का यह मन्त्र दिया है जिससे हर व्यक्ति अपनी जिंदगी को बेहतर बना रहा है ।
ऊपर लेख सवाल-जवाब के लिए प्रियंका सिंह जी ने संदीप जी से विस्तार में बातचीत की थी ।
कृपया इस लेख पर अपने विचार कमेन्ट के माध्यम से हमें बताएं अथवा हमें hamarisafalta@gmail.com पर मेल करें ।
धन्यवाद 🙂