सफलता के लिए सबसे जरूरी क्या है ?
दोस्तों, आप सभी जिराफ नाम के भारी-भरकम शरीर वाले जानवर के बारे में जानते ही होंगे । माता जिराफ उसके बच्चे को खड़े-खड़े जन्म देती है । उसका बच्चा माँ की नरम कोख से जमीन पर गिर जाता है और बैठ जाता है । माँ सबसे पहला काम यह करती है कि बैठे हुए बच्चे के पीछे जाकर उसे एक जोरदार ठोकर मारती है । बच्चे के पाँव उस वक्त कमजोर होते हैं इस वजह से वह लड़खड़ा जाता है और फिर गिर जाता है । उसकी माँ फिर से उसे जोरदार ठोकर मारती है, इससे बच्चा थोड़ी देर के लिए खड़ा होता है और वापिस बैठ जाता है । लेकिन उसकी माँ उसे तब तक ठोकर मारती रहती है जब तक कि वह बच्चा अपने पाँव पर खड़ा होकर चलने नहीं लग जाता । बार-बार ठोकर मारते रहने से वह बच्चा खड़ा होकर्र चलने यहाँ तक कि दौड़ना शुरू कर देता है ।
उसकी माँ ऐसा क्यों करती है? वह इसलिए क्योंकि ऐसा करने से से ही वह बच्चा जिन्दा बच सकता है, यदि उसकी माँ उसे ठोकर नहीं मारेगी तो वह खड़ा नहीं हो पाएगा, जिससे दुसरे मांसभक्षी जानवर उसे खा जाएँगे, जिराफ की माँ इस बात को भलीभांति समझती है इसलिए वह ऐसा करती है ।
जिंदगी में हमें भी बहुत बार ठोकर खाने को मिलता है, ऐसा लगने लगता है कि मुसीबतें पीछा ही नहीं छोड़ रही । लेकिन सही मायने में जिंदगी हमारा इम्तेहान ले रही होती है । यदि हम ठोकर खाने के बाद बैठे ही रहे तो हम कभी आगे नहीं बढ़ सकते हैं, इसीलिए हमें बार-बार मुश्किलों का सामना करना पड़ता है ताकि हम एक बेहतर जीवन जी सकें ।
हम किसी भी सफल स्टूडेंट की बात करें, उसकी सफलता के पीछे जो सबसे बड़ा सीक्रेट होता है वह है अनुशासन । बिना अनुशासन के कोई भी व्यक्ति सफलता के चरम सीमा तक नहीं पहुँच सकता ।
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बहुत सारे लोगों का सोचना होता कि यह अनुशासन का होना मतलब यह किसी तरह की दिक्कत पैदा करेगा, हमें बंधन में बांधकर रखेगा या कोई चीज हमारे ऊपर थोपी जाएगी । अनुशासन का मतलब ऐसा बिलकुल भी नहीं है कि यह हमसे हमारी आज़ादी छीन लेता है । हमारे ऊपर जितने भी मुसीबतें आती हैं, जिस भी प्रकार की मुश्किलों का हमें सामना करना पड़ता है, उन सभी को अनुशासन की ताकत से ही मिटाया जा सकता है । यदि हम इसका पालन करना सीख जाएँ तो बड़ी से बड़ी मुश्किलें भी हमारे सामने न आ सके ।
यदि आप अपने अनुशासन का पालन करते हैं तो इससे दूसरों का नहीं आपका ही फायदा है । उदाहरण के लिए, आपने अपनी लाइफ के लिए कुछ डिसिप्लिन सेट कर दिए, जिसमें आपने अपने हेल्थ के लिए डेली 1 घंटा निकालने का एक टाइम फिक्स कर दिया । अब यदि आप हर दिन अपने सेहत के लिए 1 घंटा दे रहे हैं और नियमित योगासन, मेडिटेशन आदि कर रहे हैं तो बीमारी के द्वारा जो मुसीबत आपके ऊपर आने वाली थी, उससे आप बच सकते हैं ।
एक लड़का अपने पिताजी के साथ छत पर पतंग उड़ा रहा था, उसने अपने पिताजी से पूछा कि यह पतंग किस वजह से इतनी ऊपर उड़ रही है । पिता ने अपने बेटे से कहा कि यह धागे की वजह से उड़ रही है । लड़के ने फिर प्रश्न किया- लेकिन मुझे तो ऐसा लग रहा है कि धागा इस पतंग को नीचे खिंच रहा है । पिताजी ने इस बार कुछ नहीं कहा और पतंग का धागा तोड़ दिया ।
आप जानते होंगे उस पतंग का क्या हुआ होगा! वह निचे गिर गयी ।
हमारी जिंदगी के मामले में यही बात लागू होती है । कई बार हम जिन चीजों के बारे में ऐसा सोचते हैं कि वे हमें नीचे धकेल रही हैं तो वास्तव में वे हमें ऊपर उड़ने में मदद कर रही होती हैं । अनुशासन ऐसे ही काम करता है ।
आप खुद से पूछकर देखें : क्या अनुशासन के बिना,
एक ड्राईवर अपना बस चला सकता है ?
एक खिलाडी अपने खेल में जीत सकता है ?
एक संगीतकार अपने संगीत में चार-चाँद लगा सकता है?
एक Cook अच्छा खाना बना सकता है ?
बिना अनुशासन के ऐसा बिलकुल भी नहीं हो सकता । सफलता के लिए हम सबकी लाइफ में अनुशासन का होना बेहद जरूरी है ।
मिठाई से भरे एक डिब्बे को यदि आप किसी छोटे बच्चे को देते हैं और उसे सारी मिठाइयाँ एक साथ खाने की इजाजत देते हैं तो जाहिर सी बात है कि वह बच्चा बीमार पड़ जाएगा । लेकिन उसी बच्चे को अनुशासित ढंग से एक-दो मिठाई ही रोज खाने के लिए दी जाए तो वह लम्बे टाइम तक इसका स्वाद ले सकेगा और उसे ज्यादा आनन्द की प्राप्ति होगी ।
आप अपने लाइफ में कुछ भी करना चाहते हों, यदि आप उसमें अनुशासन को शामिल कर देते हैं तब आप जीत जाते हैं लेकिन एक अनुशासनहीन जीवन आपको बर्बाद कर सकता है ।
यह लेख You Can Win Book से प्रेरित है ।
Note : इसका एक दूसरा भाग जल्दी ही साईट पर प्रकाशित किया जाएगा।
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धन्यवाद 🙂