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Students पढ़ाई के Distraction से कैसे बचें ?

दोस्तों जिस प्रकार भवरें खुबसूरत फूलों को देखने पर खुद को उस फूल तक जाने से रोक नहीं पाते ठीक उसी प्रकार हमारे दिमाग को भी यदि कोई चीज़ आकर्षित करती है तो वह उस वस्तु की तरफ ही आकर्षित होकर अपना काम बिगाड़ देता है । दोस्तों इस कथन में बहुत बड़ी बात छुपी है । आजकल हमारे आसपास ऐसी अनेक वस्तुओं की भरमार है जो हमें अपने लक्ष्य से भटकाती है और हम देखते-देखते अपनी मंजिल से दूर होते चले जाते हैं। हमारी लाइफ रियल में सुख दुःख, आशा निराशा, ख़ुशी दर्द सभी से मिलकर बना हुआ है। यह न तो फूलों की सेज है और न ही काँटों का ताज। हमें हर चीज़ का ध्यान रखकर ज़िन्दगी की राह पर चलना पड़ता है।

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आज students भविष्य की सोच में कुछ ज्यादा ही लग गये हैं कि उनका भविष्य कैसा होगा, वो भविष्य में क्या बनेंगे? इन questions को सुलझाने में या सिर्फ सपने देखने में ही वह बहुत समय व्यर्थ कर देता है और अपने लक्ष्य से भटक जाता है। Future के बारे में सोचना चाहिए पर अपने future को present पर हावी नहीं होने देना चाहिए नहीं तो हम कभी अपने लक्ष्य पर focus नही कर पाएंगे। वर्तमान से ही भविष्य की नीव बन सकती है। इसे समझाने के लिए मै आप लोगों को एक कहानी बताती हूँ।

एक बार एक गरीब भिखारी को सत्तू से भरा घड़ा एक मंदिर के बाहर मिला जिसे देख कर वह बहुत खुश हुआ और उसे अपने घर ले आया और एक कोने में रख दिया। फिर वह गरीब आदमी यह सोचने लगा की इस सत्तू को बेचकर वह अपना बिज़नस शुरू करेगा और जैसे-जैसे वो लाभ कमाते जायेगा वह अमीर होता जायेगा। इस तरह वो आदमी सपनों की दुनिया में खो गया और सोचने लगा उसके पास बहुत बड़ा महल हो जायेगा, अपनी गाड़ी होगी और यह सब सोचते-सोचते वह उत्तेजित होकर उछल पड़ा और सत्तू का घड़ा उसके पैर से लगकर गिर गया और टूट गया। इसके साथ-साथ उसके सारे सपने भी टूट गये। तो दोस्तों हमें इस कहानी से इतना तो पता चलता ही है कि किसी भी काम को किये बिना उसे लेकर सपने नहीं बुनने चाहिए वरना उन्हें बिखरते देर नहीं लगती । पहले हमें उस काम को अमल में लाना चाहिए फिर उसे किस प्रकार से और भी बेहतर बनाया जा सके इसके बारे में सोचना चाहिए ।

आजकल के Students सिर्फ ये देखते हैं की उनके पास सभी सुख सुविधाएं मौजूद है या नहीं! और अगर वे अभी से सुख के पीछे भागेंगे तो वे अपने विद्यार्थी जीवन को सुख के समंदर में डुबो कर रखेंगे और जो परिश्रम उन्हें इस समय अपने जिंदगी को सवारने के लिए करना चाहिए वे नही करेंगे। यदि students को अपना भविष्य उज्जवल करना है तो उन्हें अभी कड़ी मेहनत करनी पड़ेगी।

कहा भी गया है की सोने जैसा चमकने के लिए पहले सोने जैसा आग में तपना पड़ता है।

ठीक उसी तरह स्टूडेंट्स को भी अपनी लाइफ में कुछ बड़ा हासिल करने के लिए अभी कड़ी मेहनत करनी होगी । उन्हें अपना ध्यान सिर्फ अपने लक्ष्य पर रखना होगा और बाहरी परेशानियाँ जो हमें हमारे लक्ष्य से दूर करती हो उनसे सौ कोस दूर रहना होगा। अपने मन में संकल्प करना होगा की लक्ष्य तक पहुँचे बिना रुकना भी नहीं और थकना भी नहीं। जितनी मेहनत हो सके, उतनी मेहनत करें और निराशा को अपने जीवन में स्थान न दें।

स्वामी विवेकानंद ने एक बात कही थी की उठो , जागो और तब तक चलते रहो जब तक लक्ष्य की प्राप्ति न हो जाये। दोस्तों हमें तब चलते रहना होगा जब हमारी मंजिल हमें न मिल जाये और मन में यह विश्वास रखना होगा की एक दिन ऐसा जरुर आएगा जब हमें हमारी मंजिल मिल जाएगी। अपना होंसला बुलंद रख कर सिर्फ अपने लक्ष्य पर ही focus करना होगा।

धन्यवाद!

Priya Paul.

Class – 11th.

Ghatsila, Jharkhand.

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Priya is 15 years old and she is currently studying 11th. She also loves writing. We wish her a great future.

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