किसान और बादल – किस्मत या भाग्य पर कहानी।
गोपालपुर गाँव में हर व्यक्ति किसान था, उस गाँव को किसानों का गाँव कहा जाता था, क्योंकि लोगों को खेती के अलावा कुछ और नहीं आता था। गाँव वाले ज्योतिषी को बहुत मानते थे। एक बार उनके गाँव में जाने-माने ज्योतिषी का आगमन हुआ, सभी गाँववाले उस ज्योतिषी के पास पहुँचे और गाँव का भविष्य जानना चाहा। ज्योतिषी ने भविष्यवाणी करते हुए कहा कि अगले दस साल तक इस गाँव में बारिश नहीं होगी। पानी की एक-एक बूंद के लिए गाँव वाले तरस जाएँगे। गोपालपुर गाँव में अकाल पड़ेगा। ज्योतिषी ने सभी गाँव वालों से कहा, कि यदि तुम सब अपने और परिवार की जान बचाना चाहते हो तब इस गाँव को खाली कर किसी दुसरे गाँव में बसने के लिए चले जाओ। उनकी बातें सुनने के बाद सभी गाँव वाले बेचैन हो उठे, उन्होंने घर जाकर सामान बांधना शुरू किया, और सबने फैसला लिया कि वे अगली सुबह ही गाँव खाली कर देंगे।
उस गाँव में एक परिवार ऐसा था जो किसी ज्योतिषी और भविष्यवाणी पर कभी यकीन नहीं करता था। उस परिवार का मुखिया जिसका नाम हरिया था, उसनें अपनी बीवी और बच्चों से कहा कि वे गाँव छोड़कर नहीं जाएंगे, और ये सब बेकार की बातें हैं, इतने साल तक सुखा पड़ ही नहीं सकता। जब गाँव वालों को पता चला कि हरिया उनके साथ नहीं चल रहा है, तब गाँव के कुछ बुजुर्ग और बड़े व्यक्ति उसके पास पहुँचे और उसे गाँव के साथ चलने के लिए कहा। लेकिन हरिया अपनी ही ज़िद पर अड़ा रहा। और उसनें सभी गाँव वालों के साथ जाने से इनकार कर दिया। अगली सुबह हरिया और उसके परिवार को छोड़, बाकी सभी लोग गाँव छोड़कर चले गये। पूरा गाँव खाली था। सब लोग जा चुके थे।
हरिया को समझ नहीं आ रहा था कि क्या किया जाए, क्योंकि एक तरफ ज्योतिषी की भविष्यवाणी और दूसरी तरफ पूरे गाँव का खाली हो जाना। 2-3 दिन के बाद हरिया ने सोचा कि क्यों न हल को लेकर खेत ही जोतता रहूँ, क्योंकि जो काम है वह तो होता रहे। उसनें खेत जोतना शुरू किया, पहले दिन निराश हताश होकर ही वह घर लौटा… और यही सिलसिला 3-4 दिन तक चलता रहा। हप्ते बीत जाने के बाद एक दिन हरिया अपनी खेत पर हल जोतने पहुंचा, वह हल जोत ही रहा था कि एक छोटा-सा बादल का टुकड़ा उसकी खेत के ऊपर आकर देखने लगा, कि पूरा गाँव खाली होने के बाद यही एक किसान अपना खेत जोत रहा है, जबकि सारे लोग 10 साल तक बारिश नहीं, यह बात सोचकर गाँव से चले गये हैं, और चारों तरफ सुखा पड़ा हुआ है। उसनें किसान से पूछा, अरे ओ किसान! क्या तुम बेवकूफ हो? सारे गाँव वाले चले गये लेकिन तुम अकेले ही खेत जोत रहे हो। यह सुनकर किसान ने बादल से कहा, क्या आपको पता है कि मैं खेत क्यों जोत रहा हूँ! इसके पीछे एक बड़ी वजह है, उसी वजह के कारण मैं काम कर रहा हूँ। वजह यह है कि मैं खेत इसलिए जोत रहा हूँ कि मैं खेत जोतना न भूल जाऊं, हल चलाना न भूल जाऊं। आपका तो पता नहीं कि आप कब बरसोगे! लेकिन अगर मैं हल चलाना भूल गया तो मैं अपनी जिंदगी में करूँगा भी क्या!
बादल ने सोचा कि ज्योतिषी ने तो भविष्यवाणी कर दी है कि 10 साल तक हम बरसेंगे नहीं। अगर हम बरसेंगे नहीं तो कहीं हम बरसना न भूल जाएं। वहां और भी बादल इकठ्ठा हो गये और जमकर बारिश होने लगी।
ये छोटी-सी कहानी हमें अपनी लाइफ में एक बड़ी सीख देती है कि किस्मत या भाग्य हमेशा उसी का साथ देती है जो मेहनत करता है। जो मेहनत करने से पीछे नहीं हटता, आपको अपनी कहानी खुद ही लिखनी होती है क्योंकि आप खुद ही अपनी लाइफ के हीरो हैं।
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धन्यवाद 🙂