Anti-Virus is Important For Your Brain in Hindi
दोस्तों आज मैंने आपके साथ कोरोना वायरस को लेकर एक कहानी शेयर की थी। मुझे उम्मीद है कि आपने वो कहानी पढ़ी हो। आज पूरी दुनिया कोरोना वायरस से लड़ रहा है, सब तरफ और हर समय बस एक ही बात चल रही है – कोरोना…। ये वायरस भले ही हमारी बॉडी में नहीं है लेकिन यह सबके माइंड में कुछ इस तरह बैठा है कि हम इसके अलावा कोई दूसरी चीज सोच भी नहीं रहे। सारे न्यूज़ चैनल्स, न्यूज़ पेपर्स, इन्टरनेट हर तरफ इसी वायरस का जिक्र है। मैं जानता हूँ कि अभी के समय में इससे बचना कितना जरूरी है, हम घरों में रहकर और सोशल डिस्टेंसिंग से इसे अपनी बॉडी में आने से रोक सकते हैं लेकिन ये तो हुई बॉडी के लेवल की बात पर हर दिन कोरोना के नेगेटिव न्यूज़ से अपने माइंड के अन्दर इसके वायरस को जाने से कैसे बचें क्योंकि कंप्यूटर में एक सिद्धांत जिसे हम GIGO (Garbage in Garbage Out) कहते हैं उसके अनुसार हम अपने माइंड को जैसे विचार देते हैं वो उसी के According एक्ट करता है। यदि हम दिमाग में कचरा भरें तो कचरा ही बाहर आएगा, यदि अच्छी चीजें फीड की जाए तो अच्छी बातें ही बाहर आएंगी।
21 दिनों के इस लॉकडाउन में क्या हम खुद से कोरोना पर ही बात करेंगे! या कुछ ऐसी चीजें भी करेंगे जिससे खुद की लाइफ में पॉजिटिव बदलाव आए। 21 दिनों में हम क्या कुछ नहीं कर सकते! अच्छी लाइफ चेंजिंग बुक्स पढ़ सकते हैं, अच्छे movies देख सकते हैं, अच्छे videos से सीख सकते हैं, अच्छी ब्लॉग रीड कर सकते हैं। कुछ नया सीख सकते हैं, घर पर रहकर अपने फैमिली के साथ क्वालिटी टाइम स्पेंड कर सकते हैं। क्वालिटी टाइम से मेरा मतलब ऐसा नहीं है कि फैमिली के हर आदमी के हाथों पर फ़ोन हो और वो अपने-अपने मोबाइल पर कोरोना की ही जानकारी पढ़ें या देखें बल्कि इसका मतलब है सब अपने फ़ोन से दूर हैं और अपने-अपने थॉट्स एक-दुसरे से शेयर कर रहे हैं।
अभी कोरोना के लिए कोई वैक्सीन नहीं बनी है, ये बात आप सब जानते ही होंगे लेकिन आपके माइंड को सही दिशा देने के लिए बहुत सी ऐसी किताबें हैं जो आपको पूरी तरह से बदलने की ताकत रखती हैं लेकिन इसका चॉइस भी आपके हाथ में है! आपको अपनी लाइफ बदलनी है या फिर आप कोरोना की खबरों से ही खुद को चिपका हुआ पाना चाहते हैं।
मैं कुछ महीनों से ब्लॉगिंग पर एक्टिव नहीं था, क्योंकि मैं already एक business रन कर रहा हूँ जहाँ मुझे बहुत कम टाइम मिल पाता है, इसलिए मैंने अपने थॉट्स आपके साथ शेयर नहीं कर पा रहा था लेकिन इस लॉकडाउन में मुझे फिर से मौका मिला है कि मैं अपनी ब्लॉगिंग कंटिन्यू करूँ और आपके लिए कुछ वैल्यू क्रियेट करूँ।
इन 21 Days में मैं क्या कर रहा हूँ ?
- मैं खुद को अपग्रेड करने के लिए Books पढ़ रहा हूँ।
- रेगुलर ब्लॉग अपडेट कर रहा हूँ।
- दूसरों को ब्लॉगिंग में हेल्प कर रहा हूँ।
- नए वेब प्रोजेक्ट्स बना रहा हूँ।
- अपने बिजनेस को नेक्स्ट लेवल पर ले जाने के लिए प्रोजेक्ट बना रहा हूँ।
- माँ को रसोई में खाना बनाने में मदद कर रहा हूँ।
- दादा-दादी के साथ इन्टरनेट पर धार्मिक कथाएँ देख रहा हूँ।
- बुक लिख रहा हूँ।
- ऑनलाइन नॉवेल पर काम कर रहा हूँ।
- भगवद्गीता पढ़ रहा हूँ।
ऐसे बहुत से काम हैं जो इन 21 दिनों में किये जाने वाले हैं और अभी एक अवसर है हम सबके पास कि हम कुछ बेहतर करें और घर पर रहकर अपनी लाइफ को सकारात्मकता और आध्यात्मकिता की तरफ लेकर जाएं। ये सारी चीजें एक तरह से मेरे दिमाग को खुराक दे रही हैं और मैं इसे कंटिन्यू और रेगुलर कर रहा हूँ ताकि ये एक आदत का रूप ले और मैं इसे हमेशा कर सकूं।
इन 21 दिनों में मैं क्या नहीं कर रहा !
- घर से बिलकुल बाहर नहीं निकल रहा।
- पूरी तरह से सोशल डिस्टेंसिंग।
- सोशल मीडिया और बेकार की ख़बरों से बचना।
- बार-बार मोबाइल पर व्हाट्सऐप चेकिंग बंद।
दोस्तों हर वायरस के लिए भी एक Anti-Virus भी होता है। इस समय आपके लिए ऐसा कौन-सा Anti-Virus है जो आपके दिमाग में कोरोना का कचरा भरने नहीं देगा। आप ऐसा क्या कर सकते हैं जिससे आप खुद को अपग्रेड कर सकें। Anti-Virus आपको खुद बनाना है और आपकी लाइफ को नेक्स्ट लेवल पर लेकर जाना है।
बहुत बहुत धन्यवाद 🙂
किरण साहू