प्रेरक लेख Archives - HamariSafalta.com https://www.hamarisafalta.com/tag/प्रेरक-लेख भारत की सबसे प्रेरणादायक हिंदी ब्लॉग Mon, 30 Mar 2020 14:31:19 +0000 en-US hourly 1 https://wordpress.org/?v=6.6.2 https://www.hamarisafalta.com/wp-content/uploads/2017/08/hs.png प्रेरक लेख Archives - HamariSafalta.com https://www.hamarisafalta.com/tag/प्रेरक-लेख 32 32 121486502 खुशियां बांटिए अफवाहें नहीं – Inspirational Hindi Kahani https://www.hamarisafalta.com/2020/03/share-happiness-not-rumors-in-hindi.html https://www.hamarisafalta.com/2020/03/share-happiness-not-rumors-in-hindi.html?noamp=mobile#respond Mon, 30 Mar 2020 14:31:19 +0000 https://hamarisafalta.com/?p=2510 Share Happiness not Rumors in Hindi दोस्तों, इस आर्टिकल को शुरू करने से पहले बचपन की एक पुरानी कहानी पर लौटते हैं। आसमान गिरा जंगल में सभी जंगली-जानवर बहुत प्यार से रहते थे। वे सारे सुख – दुःख एक दूसरे के साथ बांटते थे।  एक दिन मोनू नाम का एक खरगोश नारियल के पेड़ के नीचे आराम कर रहा था।  जैसे ही उसने झपकी ली, दो बड़े से नारियल के फल उसके सिर के ठीक ऊपर गिर पड़े।  मोनू फ़ौरन […]

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Share Happiness not Rumors in Hindi

दोस्तों, इस आर्टिकल को शुरू करने से पहले बचपन की एक पुरानी कहानी पर लौटते हैं।

आसमान गिरा

जंगल में सभी जंगली-जानवर बहुत प्यार से रहते थे। वे सारे सुख – दुःख एक दूसरे के साथ बांटते थे।  एक दिन मोनू नाम का एक खरगोश नारियल के पेड़ के नीचे आराम कर रहा था।  जैसे ही उसने झपकी ली, दो बड़े से नारियल के फल उसके सिर के ठीक ऊपर गिर पड़े।  मोनू फ़ौरन उठ खड़ा हुआ, उसे ऐसा लगा जैसे धरती फटने वाली हो, आसमान गिर रहा हो।  वो वहां से भागता हुआ जोर-जोर से चिल्लाने लगा, “भागो-भागो धरती फट रही है, आसमान गिर रहा है।” वो ऐसा चिल्लाता हुआ वहां से जंगल की तरफ आगे बढ़ने लगा।
उसके दूसरे खरगोश साथियों ने ये खबर सुनी और बिना किसी जांच-पड़ताल के वे सब भी मोनू के साथ चिल्लाते हुए जंगल में आगे बढ़ते चले गए।  अब अन्य जानवर जिनमें हिरन, भालू, शेर, जिराफ, सभी शामिल थे मोनू के साथ “भागो-भागो धरती फट रही है, आसमान गिर रहा है।” चिल्लाते हुए आगे बढ़ रहे थे।  ये बात जंगल में आग की तरह फ़ैल गई और सभी जानवर शहर की तरफ भागने लगे।  उस जंगल में गोपी नाम का एक समझदार सियार रहता था।  सभी को भागता हुआ देख उसने हिरन से पूछा, “आप सब इस तरह अचानक कहाँ भाग रहे हैं ? ” हिरन ने कहा, “मुझे तो भालू ने बताया कि हम पर संकट छाया है, आसमान गिर रहा है और धरती फट रही है इसलिए हम सब भाग रहे हैं।” ओह्ह गोपी ने भागते हुए भालू से पूछा, आप सब कहाँ भाग रहे हैं!!! भालू ने भी इस बारे में सटीक उत्तर नहीं दिया और अन्य जानवरों की ओर इशारा कर दिया।  घूम-फिरकर अंत में बात मोनू खरगोश पर आकर रुकी।  मोनू खरगोश से  गोपी सियार ने पूछा “आपको कैसे पता चला कि धरती फट रही है आसमान गिर रहा है!” मोनू ने जवाब दिया – “जब मैं नारियल के पेड़ के नीचे सो रहा था तब मैंने ऊपर से आसमान गिरने की आवाज सुनी और मुझे लगा धरती फट रही है।” मोनू यह बात सुनते ही समझ गया कि आखिर माजरा क्या है।  वो सभी जानवरों को लेकर उस नारियल के पेड़ के नीचे जा पहुंचा।  पेड़ के नीचे नारियल के फल गिरे हुए थे।  गोपी ने मोनू के साथ सभी जानवर को समझाते हुए कहा कि कोई आसमान नहीं गिर रहा ! कोई धरती नहीं फट रही ! नारियल गिरने पर मोनू डर  गया, उसे लगा कि  आसमान गिर रहा है और नारियल गिरने की आवाज उसके कानों में ऐसी पड़ी कि उसे लगने लगा धरती फटने वाली है।  बिना किसी पुष्टि के वह अनजाने में डरता हुआ आप सबको साथ में लेकर भागने लगा।

जब सब जानवरों ने यह बात सुनी तो सब ठहाका मारकर मोनू पर और खुद पर हंसने लगे, सभी को अपनी गलती का एहसास हो रहा था।  सबने गोपी सियार का धन्यवाद किया और अपने-अपने काम में लग गए।

दोस्तों इस कहानी की तरह ही हम सब भी अफवाहों से घिरे पड़े हैं।
आज सोशल मीडिया का जमाना है, हर किसी के फ़ोन में व्हाट्सऐप, फेसबुक, ट्विटर जैसे ऐप इन्सटाल्ड हैं। हमारे फ़ोन पर कोई सन्देश आता है, हम बिना उस सन्देश की पुष्टि किये उसे आगे फॉरवर्ड कर देते हैं। उसे दूसरे लोगों के साथ साझा करते हैं, बिना यह सोचे कि एक गलत मैसेज से या बिना पुष्टि किया गया एक गलत सन्देश हमारे देश में दंगे करवा सकता है, लोगों को एक-दूसरे के खिलाफ भड़का सकता है, एक दूसरे के प्रति नफरत पैदा कर सकता है। हमारे द्वारा शेयर किये गए एक गलत मैसेज से या अफवाह को साझा करने से सब तरफ पैनिक सिचुएशन क्रिएट हो सकता है। इसलिए ज्यादा से ज्यादा सब तरफ खुशियां बांटिए, अफवाहों से दूर रहिए। आज हमारे पास डिजिटल शक्ति है, हम इसका कैसे इस्तेमाल करते हैं और क्या-क्या कर सकते हैं आप जानते ही होंगे लेकिन इसका गलत तरीके से इस्तेमाल करना, गलत जानकारी लोगों तक पहुँचाना, बिना संदेशों की सही पुष्टि के उसे आगे फॉरवर्ड करना बहुत हद तक नुकसानदेह हो सकता है। जिस प्रकार मोनू खरगोश से बात करके अफवाह को दूर किया गया है, हम उसी प्रकार से सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे अफवाहों को दूर नहीं कर सकते क्योंकि १३० करोड़ की आबादी वाले देश में अफवाह बहुत तेजी से स्प्रेड होता है और अफवाह कहाँ से फैला है उस तक पहुँच पाना सभी के लिए एक बड़ा चैलेन्ज हो सकता है इसलिए कृपया अफवाहों से दूर रहें। पैनिक सिचुएशन पैदा करने वाले संदेशों को फॉरवर्ड मत करें, ज्यादा से ज्यादा खुशियां बाँटें और खुश रहें। Share Happiness not Rumors…

पढ़ें एक से बढ़कर एक प्रेरणादायक हिंदी लेख 

कृपया कमेंट करके हमें जरूर बताएं कि Share Happiness not Rumors खुशियां बांटिए अफवाहें नहीं का यह लेख आपको कैसा लगा!

बहुत-बहुत धन्यवाद 🙂
किरण साहू

 

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Anti-Virus आपके दिमाग के लिए कितना जरूरी है ! https://www.hamarisafalta.com/2020/03/how-important-is-anti-virus-for-your-brain-in-hindi.html https://www.hamarisafalta.com/2020/03/how-important-is-anti-virus-for-your-brain-in-hindi.html?noamp=mobile#respond Sat, 28 Mar 2020 12:22:55 +0000 https://hamarisafalta.com/?p=2501 Anti-Virus is Important For Your Brain in Hindi दोस्तों आज मैंने आपके साथ कोरोना वायरस को लेकर एक कहानी शेयर की थी। मुझे उम्मीद है कि आपने वो कहानी पढ़ी हो। आज पूरी दुनिया कोरोना वायरस से लड़ रहा है, सब तरफ और हर समय बस एक ही बात चल रही है – कोरोना…। ये वायरस भले ही हमारी बॉडी में नहीं है लेकिन यह सबके माइंड में कुछ इस तरह बैठा है कि हम इसके अलावा कोई दूसरी चीज […]

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Anti-Virus is Important For Your Brain in Hindi

दोस्तों आज मैंने आपके साथ कोरोना वायरस को लेकर एक कहानी शेयर की थी। मुझे उम्मीद है कि आपने वो कहानी पढ़ी हो। आज पूरी दुनिया कोरोना वायरस से लड़ रहा है, सब तरफ और हर समय बस एक ही बात चल रही है – कोरोना…। ये वायरस भले ही हमारी बॉडी में नहीं है लेकिन यह सबके माइंड में कुछ इस तरह बैठा है कि हम इसके अलावा कोई दूसरी चीज सोच भी नहीं रहे। सारे न्यूज़ चैनल्स, न्यूज़ पेपर्स, इन्टरनेट हर तरफ इसी वायरस का जिक्र है। मैं जानता हूँ कि अभी के समय में इससे बचना कितना जरूरी है, हम घरों में रहकर और सोशल डिस्टेंसिंग से इसे अपनी बॉडी में आने से रोक सकते हैं लेकिन ये तो हुई बॉडी के लेवल की बात पर हर दिन कोरोना के नेगेटिव न्यूज़ से अपने माइंड के अन्दर इसके वायरस को जाने से कैसे बचें क्योंकि कंप्यूटर में एक सिद्धांत जिसे हम GIGO (Garbage in Garbage Out) कहते हैं उसके अनुसार हम अपने माइंड को जैसे विचार देते हैं वो उसी के According एक्ट करता है। यदि हम दिमाग में कचरा भरें तो कचरा ही बाहर आएगा, यदि अच्छी चीजें फीड की जाए तो अच्छी बातें ही बाहर आएंगी।

21 दिनों के इस लॉकडाउन में क्या हम खुद से कोरोना पर ही बात करेंगे! या कुछ ऐसी चीजें भी करेंगे जिससे खुद की लाइफ में पॉजिटिव बदलाव आए। 21 दिनों में हम क्या कुछ नहीं कर सकते! अच्छी लाइफ चेंजिंग बुक्स पढ़ सकते हैं, अच्छे movies देख सकते हैं, अच्छे videos से सीख सकते हैं, अच्छी ब्लॉग रीड कर सकते हैं। कुछ नया सीख सकते हैं, घर पर रहकर अपने फैमिली के साथ क्वालिटी टाइम स्पेंड कर सकते हैं। क्वालिटी टाइम से मेरा मतलब ऐसा नहीं है कि फैमिली के हर आदमी के हाथों पर फ़ोन हो और वो अपने-अपने मोबाइल पर कोरोना की ही जानकारी पढ़ें या देखें बल्कि इसका मतलब है सब अपने फ़ोन से दूर हैं और अपने-अपने थॉट्स एक-दुसरे से शेयर कर रहे हैं।

अभी कोरोना के लिए कोई वैक्सीन नहीं बनी है, ये बात आप सब जानते ही होंगे लेकिन आपके माइंड को सही दिशा देने के लिए बहुत सी ऐसी किताबें हैं जो आपको पूरी तरह से बदलने की ताकत रखती हैं लेकिन इसका चॉइस भी आपके हाथ में है! आपको अपनी लाइफ बदलनी है या फिर आप कोरोना की खबरों से ही खुद को चिपका हुआ पाना चाहते हैं।

मैं कुछ महीनों से ब्लॉगिंग पर एक्टिव नहीं था, क्योंकि मैं already एक business रन कर रहा हूँ जहाँ मुझे बहुत कम टाइम मिल पाता है, इसलिए मैंने अपने थॉट्स आपके साथ शेयर नहीं कर पा रहा था लेकिन इस लॉकडाउन में मुझे फिर से मौका मिला है कि मैं अपनी ब्लॉगिंग कंटिन्यू करूँ और आपके लिए कुछ वैल्यू क्रियेट करूँ।

इन 21 Days में मैं क्या कर रहा हूँ ?

  • मैं खुद को अपग्रेड करने के लिए Books पढ़ रहा हूँ।
  • रेगुलर ब्लॉग अपडेट कर रहा हूँ।
  • दूसरों को ब्लॉगिंग में हेल्प कर रहा हूँ।
  • नए वेब प्रोजेक्ट्स बना रहा हूँ।
  • अपने बिजनेस को नेक्स्ट लेवल पर ले जाने के लिए प्रोजेक्ट बना रहा हूँ।
  • माँ को रसोई में खाना बनाने में मदद कर रहा हूँ।
  • दादा-दादी के साथ इन्टरनेट पर धार्मिक कथाएँ देख रहा हूँ।
  • बुक लिख रहा हूँ।
  • ऑनलाइन नॉवेल पर काम कर रहा हूँ।
  • भगवद्गीता पढ़ रहा हूँ।

ऐसे बहुत से काम हैं जो इन 21 दिनों में किये जाने वाले हैं और अभी एक अवसर है हम सबके पास कि हम कुछ बेहतर करें और घर पर रहकर अपनी लाइफ को सकारात्मकता और आध्यात्मकिता की तरफ लेकर जाएं। ये सारी चीजें एक तरह से मेरे दिमाग को खुराक दे रही हैं और मैं इसे कंटिन्यू और रेगुलर कर रहा हूँ ताकि ये एक आदत का रूप ले और मैं इसे हमेशा कर सकूं।

 

इन 21 दिनों में मैं क्या नहीं कर रहा !

  • घर से बिलकुल बाहर नहीं निकल रहा।
  • पूरी तरह से सोशल डिस्टेंसिंग।
  • सोशल मीडिया और बेकार की ख़बरों से बचना।
  • बार-बार मोबाइल पर व्हाट्सऐप चेकिंग बंद।

दोस्तों हर वायरस के लिए भी  एक Anti-Virus भी होता है। इस समय आपके लिए ऐसा कौन-सा Anti-Virus है जो आपके दिमाग में कोरोना का कचरा भरने नहीं देगा। आप ऐसा क्या कर सकते हैं जिससे आप खुद को अपग्रेड कर सकें। Anti-Virus आपको खुद बनाना है और आपकी लाइफ को नेक्स्ट लेवल पर लेकर जाना है।

 

बहुत बहुत धन्यवाद 🙂

किरण साहू

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आपके अंदर कितना है Josh ! | Inspirational Article in Hindi https://www.hamarisafalta.com/2019/05/how-is-the-josh-in-hindi.html https://www.hamarisafalta.com/2019/05/how-is-the-josh-in-hindi.html?noamp=mobile#respond Fri, 24 May 2019 13:32:05 +0000 https://hamarisafalta.com/?p=2336 आपके अंदर कितना है Josh ! How is the Josh in Hindi पिछले साल एक मूवी आई थी जिसमें एक संवाद काफी ज्यादा मशहूर हुआ, ‘हाऊ इस द जोश।’ युवाओं के लिए यह संवाद प्रेरणा स्रोत का काम कर सकता है। काम में नियमित रूप से जुड़े रहने के लिए आंतरिक उत्साह और उल्लास की बहुत आवश्यकता होती है। सवाल यह है कि आखिर ये जोश आता कहाँ से है ? कुछ लोग दिन भर जोश और उसी एनर्जी के […]

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आपके अंदर कितना है Josh ! How is the Josh in Hindi

पिछले साल एक मूवी आई थी जिसमें एक संवाद काफी ज्यादा मशहूर हुआ, ‘हाऊ इस द जोश।’ युवाओं के लिए यह संवाद प्रेरणा स्रोत का काम कर सकता है। काम में नियमित रूप से जुड़े रहने के लिए आंतरिक उत्साह और उल्लास की बहुत आवश्यकता होती है। सवाल यह है कि आखिर ये जोश आता कहाँ से है ? कुछ लोग दिन भर जोश और उसी एनर्जी के साथ काम कैसे करते हैं ! वहीँ कुछ लोग थोड़ा-सा काम करके परेशान हो जाते हैं। यदि जीवन में सफलता की ऊंचाइयों को छूना चाहते हैं, तो आपको खुद को पहचानना होगा और अपने जोश को बनाए रखना होगा। आपको अपनी रूचि को समझना होगा। अगर आप मनपसंद काम करेंगे तो कभी भी नहीं थकेंगे। इस तरह आप अपनी रूचि के अनुसार कड़ी मेहनत करते हुए अपनी मंजिल तक पहुँच जाएंगे। आइये इस लेख में जोश को बरकरार रखने के कुछ तरीकों के बारे में जानते हैं –

अपने काम से प्यार करें

सबसे पहले आपको अपने काम को अच्छी तरह से समझना होगा। जब आप अपने काम को अच्छी तरह से समझ लेते हैं तो फिर मन में उसके प्रति कोई भी डर या भ्रम की स्थिति नहीं रहती है। आपको जो भी काम करना है उससे पूरी तरह से परिचित हो जाएं। जीवन में ऐसा कोई काम न करें, जिसमें आपकी रूचि न हो क्योंकि जिस काम में आपकी रूचि नहीं होती, उसे आप हमेशा अधूरे मन से करते हैं।

हारी बाजी जीत सकते हैं

आपने कई बार गौर किया होगा कि खेल के मैदान पर हर खिलाड़ी वार्मअप करता है। वह मन ही मन जीतने की कल्पना करता है। अगर आप जीवन में सफलता प्राप्त करना चाहते हैं तो जीत के बारे में सोचना शुरू करें। अपने जोश के बदौलत आप हारी हुई बाजी भी जीत सकते हैं। अपनी जोश के बदौलत ही आप अपनी टीम को लक्ष्य पाने के लिए तैयार कर सकते हैं।

जोश से मिलेगी सफलता

आप अपने मन में इस बात को बैठा लें कि अगर जीवन में आगे बढ़ना है तो जोश बहुत काम आता है। बिना जोश के आपके मन में निराशा के भाव पैदा होने लगेंगे और आप आगे नहीं बढ़ पाएंगे। आपको बार-बार विफलता मिलेगी, पर यदि आपके मन में जोश कायम है तो सफलता मिलने तक आप लगे रहेंगे। उस चींटी के बारे में सोचें जो बार-बार गिरने पर भी दीवार पर चढ़कर ही मानती है।

टाइम मैनेजमेंट पर फोकस करें

हर व्यक्ति दिन के किसी न किसी ख़ास समय में ऊर्जावान होता है। कुछ लोग सुबह के समय सबसे मुश्किल कामों को आसानी से पूरा कर लेते हैं, तो कुछ रात के समय में कठिन कार्यों को करना पसंद करते हैं। आपको खुद को समझना होगा और पता लगाना होगा कि आपके अंदर सबसे ज्यादा प्रोडक्टिविटी कब रहती है। उस समय आपको सबसे ज्यादा क्रिएटिव काम करने चाहिए। बाकी समय आपको अपने रूटीन पर काम करने चाहिए। आपको पूरे दिन की प्लानिंग कर लेनी चाहिए। आपके पास हमेशा ‘टू डू लिस्ट’ होनी चाहिए। इससे आपका समय भी ख़राब नहीं होता है।

यह लेख राजस्थान पत्रिका से प्रेरित है।

कृपया इस लेख पर अपने विचार हमारे साथ साझा करें अथवा किसी भी प्रकार के सुझाव, शिकायत व जानकारी के लिए हमें hamarisafalta@gmail.com पर मेल करें।

धन्यवाद 🙂

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